अब भारत में पूरी तरह से मेड इन इंडिया ही बनेंगे सभी मोबाइल क्योंकि अब भारत में लगने जा रहा है मोबाइल कंपोनेंट मैन्युफैक्चरिंग प्लांट जिसे टाटा इंडस्ट्रीज ने लगाने का फैसला किया है इस आर्टिकल में इसी विषय में संपूर्ण रूप से जानकारी दी गई है अगर आप भी जानना चाहते हैं कि भारत में किस जगह पर और कैसे यह प्लांट लगेगा तो इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको पूरी जानकारी मिल जाएगी।
यह है पूरी खबर –
अभी के टाइम टाटा केवल गाड़ियों को बनाने या विभिन्न प्रकार के कामों में ही खुद को सीमित नहीं रख रहा टाटा अब टेक्नोलॉजी की दुनिया में भी बहुत बड़ा काम कर रहा है जैसे वोल्टास कंपनी जो कि ए सी बनाने वाली कंपनी है यह भी टाटा की ही कंपनी है और इस समय टाटा खुद को टेक्नोलॉजी की दुनिया में बहुत तेजी से बढ़ा रहा है इसी क्रम में The Hindu Businessline की रिपोर्ट के अनुसार टाटा ग्रुप अब तमिलनाडु में 500 एकड़ जमीन लेकर वहां पर मोबाइल कंपोनेंट मैन्युफैक्चरिंग प्लांट डालने वाला है इसके लिए टाटा ग्रुप पूरे 5000 करोड़ रुपए इन्वेस्ट कर सकता है जिससे कि भारत के युवाओं को अधिक मात्रा में रोजगार तो मिलेगा ही साथ में भारत आत्मनिर्भर भारत की ओर तेजी से अग्रसर होगा अभी तक मोबाइल की जो कंपनियां है भारत में वह दूसरे देशों से कंपोनेंट्स को मंगाकर भारत में असेंबल करती हैं कुछ ही कंपनियां हैं जो भारत में कंपोनेंट्स को बनाते हैं लेकिन अब टाटा की इस बड़ी मैन्युफैक्चरिंग प्लांट की वजह से भारत में ही सभी कंपोनेंट बनाए जाएंगे और उसका इस्तेमाल भारत में स्थित कंपनियां पूर्ण रूप से करेंगे जिससे कि भारत की यूजर्स को पूर्ण रूप से मेड इन इंडिया मोबाइल मिलेंगे जिनका दाम भी कम हो सकता है।
यहाँ लगेगा यह Mobile Component Manufacturing Plant-
अब बात करते हैं कि यह प्लांट कहां पर लगेगा तो जारी किए गए पेपर में बताया गया है कि यह प्लांट तमिलनाडु में लगाया जाएगा जिसके लिए टाटा संस कंपनी टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स को तमिलनाडु इन्डस्ट्रीअल डेवपलमेंट कारपोरेशन द्वारा करीब 500 एकड़ जमीन आवंटित करने की बात कही गयी है जिसमें टाइटन कंपनी की भी हिस्सेदारी है बात तो यह भी कही जा रही है कि इस कंपनी में आईफोन के पाठ भी बनाए जाएंगे लेकिन आईफोन कंपनी का इस विषय में कोई भी प्रतिक्रिया नहीं आया और जब इसके बारे में टाटा के प्रवक्ता से बात किया गया तो उन्होंने बताया कि टाटा कंपनी किसी भी पर्सनल मोबाइल कंपनी के लिए कंपोनेंट पर फोकस नहीं करेगी यह सभी प्रकार के मोबाइलों के कंपोनेंट को इस प्लांट में बनाएगी जो कि तमिलनाडु में लगाया जाएगा।
इसलिए लगाया जायेगा यह प्लांट –
भारत और चीन में थोड़ी बहुत तनातनी के बाद अब भारत में चीनी सामानों का बायकाट किया जा रहा है और इसमें सबसे बड़ी भागीदारी टेक्नोलॉजी से संबंधित सामानों के मैन्युफैक्चरिंग है जिसकी वजह से भारत में सभी प्रकार के टेक्नोलॉजी से संबंधित सामानों के प्लांट लगाए जा रहे हैं जिससे कि भारत आत्मनिर्भर बन सके इसमें सबसे पहले रिलायंस ने गूगल के साथ भारत में सबसे सस्ता मोबाइल मैन्युफैक्चर करने को कॉन्ट्रैक्ट तैयार किया उसके बाद माइक्रोमैक्स ने फिर से बाजार में वापसी की और सस्ते दाम में अपने मोबाइलों को फिर से लांच किया जो कि अपने सीरीज के सभी फोनों में सबसे ज्यादा पावरफुल और सस्ता है अब इसी क्रम में टाटा ने सभी मोबाइलों के कंपोनेंट्स को भारत में कंपोनेंट्स को भारत में मेनूफेक्चर करने का बड़ा एलान किया है जैसा कि अभी तक भारत में होता आ रहा था भारत की मोबाइल कंपनियों को बहुत ज्यादा सपोर्ट न होने के कारण भारत मोबाइल कंपनियां बहुत आगे नहीं बढ़ा रही थी इनको विदेशी कंपोनेंट को खरीद कर अपने मोबाइल में सैंपल करना पड़ता था जो कि मानना पड़ता था जिसकी वजह से भारत के फोन दूसरे देशों के मुकाबले मांगे हो जाते थे इसी का रास्ते भारत की मोबाइल कंपनियां समय-समय पर डूबती चली गई लेकिन अब जब यह सभी कंपोनेंट्स भारत में ही बनाए जाएंगे तब भारत की मोबाइल कंपनियों को सस्ता सामान मिल सकेगा जिससे कि यह कंपनियां भी खुद का मोबाइल मैन्युफैक्चर कर सकेंगे और भारत आत्मनिर्भरता की ओर आसानी से बढ़ता चला जाएगा जिससे कि भारत का विकास होगा।
कब तक होगा यह प्लांट पूरी तरह से तैयार-
हालांकि इसके बारे में टाटा ग्रुप या टाटा संस ने किसी भी प्रकार की अपनी राय नहीं व्यक्त की है कंपनी द्वारा इस संबंध में कोई भी ऑफिशियल की जानकारी नहीं दी गई है लेकिन यह आशा है कि जल्द ही कंपनी इस प्लांट को तैयार करने में तेजी से लग जाएगी क्योंकि कंपनी ने अभी अभी 500 एकड़ जमीन लिया है और यहां पर भारत में मोबाइल कंपोनेंट्स का जरूरत बहुत अधिक मात्रा में पढ़ रहा है जिससे कि टाटा ग्रुप इस दिशा में तेजी से ध्यान देगा और जल्द ही यह प्लांट बनकर तैयार हो सकता है।
इन मोबाइलों के बनेंगे कंपोनेंट्स-
इस विषय में टाटा ग्रुप से पूछा गया कि इस प्लांट में किन मोबाइलों का मैन्युफैक्चरिंग किया जाएगा इसके विषय में यह विवाद चल रहा था कि शायद यहां पर आईफोन के बाद भी बने तो टाटा ग्रुप के सीनियर अधिकारी द्वारा यह कहा गया कि इस प्लांट में किसी भी पर्सनल कंपनी के लिए पार्ट नहीं बनाए जाएंगे बल्कि सभी प्रकार के मोबाइलों के कंपोनेंट्स बनाए जाएंगे यहां पर सीधे तौर पर यह भी कहा जा सकता है कि इस प्लांट में सभी प्रकार के मोबाइल्स के पाठ बनाए जाएंगे फिर चाहे वह क्यों ना आईफोन ही हो यहीं पर यह भी पूछा गया कि क्या टाटा ग्रुप खुद का मोबाइल मैन्युफैक्चर करेगी तो इस संबंध में जवाब मिला कि टाटा अभी किसी भी तरह से इस विषय पर विचार भी नहीं कर रहा कि टाटा खुद का मोबाइल लॉन्च करें अभी के समय टाटा सिर्फ और सिर्फ मोबाइल कंपोनेंट्स को बनाने पर जोर दे रहा है जो कि भारत के लिए और भारत की मेक इन इंडिया मुहिम के लिए बहुत जरूरी हो गया है।
एक और जरुरी बात –
अभी कुछ दिनों पहले भारत सरकार ने कुल 16 कंपनियों को PLI स्कीम के तहत अप्रूवल दिया था जिससे कि वह सभी कंपनियां भारत में अपना प्लांट लगा सकती हैं और भारत में ही अपने मोबाइल और मोबाइल कंपोनेंट्स को मैन्युफैक्चर कर सकती हैं और दूसरे देशों को यह कंपोनेंट्स और मोबाइलों को एक्सपोर्ट भी कर सकती हैं टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इसमें टाटा ग्रुप्स ने भी अप्लाई किया था इसके बारे में अभी कोई भी खबर नहीं मिल पाई है कि क्या टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स को भी इसमें अप्रूवल दिया गया है या नहीं।
यह था टाटा ग्रुप का आने वाला सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण प्लान जो कि भारत को आत्मनिर्भर तो बनाएगा ही साथ ही दूसरे देशों को भी मोबाइल के कंपोनेंट्स को एक्सपोर्ट भी करेगा जिससे भारत को अत्यधिक फायदा होगा इसके विषय में आप सभी का क्या राय है कमेंट सेक्शन में अपनी राय को हमारे साथ जरूर साझा करें इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको कैसा अनुभव मिला यह भी बताएं इस आर्टिकल को पढ़ने के लिए Read Hindi News की तरफ से आप सभी को बहुत-बहुत धन्यवाद।