Everything about marcos commandos मार्कोस कमंडोस के विषय में

 मार्कोस कमांडो के विषय में सम्पूर्ण जानकारी ( Everything about marcos commandos)

marcos commando दुनिया के सबसे बेहतरीन कमांडो में बेशुमार कमांडो की श्रेणी में आते हैं यह कमांडो अपनी बेहतरीन कार्य क्षमता और तेजी के बदौलत भारत के सबसे खतरनाक कमांडो की श्रेणी में भी आते हैं। marcos, indian navy commando के नाम से भी जाने जाते हैं क्योंकि भारतीय सेना की लगभग सभी सेनाओं के पर्सनल कमांडो हैं जो कि उसी सेना के जवानों में से चुने जाते है उसी प्रकार यह कमांडो भारतीय जल सेना के जवानों में से चुने जाते हैं मार्कोस को जम्मू कश्मीर में उग्रवादियों के द्वारा दाढ़ी वाले कमांडो के नाम से भी जाने जाते हैं इस आर्टिकल में marcos commandos के विषय में पूरी जानकारी आगे दी जा रही है। 

marcos commandos

दुश्मन जमीन पर हो, आसमान में हो या फिर गहरे समुद्र के तल में इनसे बचना नामुमकिन है क्योकि मार्कोस commandos का दूसरा नाम मौत है ये commandos जहाँ भी जाते हैं फतह हासिल करके ही वापस आते है इनके नाम से ही बड़े से बड़े आतंकी घबरा जाते हैं मार्कोस कमांडो को दुनिया के टॉप कमांडो में रखा गया है ।

मार्कोस कमांडोज़ का चयन (Selection of marcos commandos )-

इस कमांडो में चयन के लिए भारतीय जल सेना के किसी भी 20 वर्ष के जवान को 3 साल तक फिटनेस टेस्ट (शारीरिक और मानसिक) की बड़ी बाधाओं से होकर गुजरना पड़ता है जो कि किसी भी इंसान के लिए बहुत कठिन टेस्ट होता है इसके साथ ही इन्हें कई परीक्षा से भी गुजरना पड़ता है फिर टेस्ट क्वालीफाई करने वाले कमांडो को ट्रेनिंग के लिए आगे भेज दिया जाता है मार्कोस कमांडोज़ का चयन  के बारे में कहा जाता है कि 1000 सैनिकों में से केवल एक ही मार्को कमांडो चुना जाता है जिससे आप इस टेस्ट का अंदाजा लगा सकते हैं। 

मार्कोस कमांडो ट्रेनिंग (Marcos commando training )-

 इनकी ट्रेनिंग शुरू होने से कुछ दिन पहले तक इन्हे भूखा रखा जाता है और इनको सोया भी नहीं दिया जाता साथ ही इनसे बहुत अधिक काम भी कराया जाता है इस टाइम पीरियड को नर्क का टाइम भी कहा जाता है जिसमें इनको बहुत अधिक सताया जाता है ताकि इनकी क्षमता को परखा जा सके जो जवान इस पीरियड को नहीं छोड़ते उन्हें ही इस ट्रेनिंग में आगे जाने का मौका दिया जाता है marcos commandos को Marine Commando Force भी कहा जाता है इनकी ट्रेनिंग  american navy seals के साथ होती है इन्हें जल थल और वायु तीनों जगह पर लड़ने की ट्रेनिंग दी जाती है लेकिन समुद्र में लड़ने में मार्कोस को महारथ हासिल है उग्रवादियों की कमर तोड़ने के लिए इनको को खास ट्रेनिंग दी जाती है। 

इनको दो और किस्म की ट्रेनिंग भी दी जाती है जिन्हे ‘हाहो’ और ‘हालो’ कहा जाता है इन दोनों ट्रेनिंग में इन्हें हवाई जहाज से अलग-अलग तरीकों से जंप कराया जाता है। इनकी ट्रेनिंग दूसरे देशों के कई सेनाओं के साथ भी कराया जाता है जिनमें अमेरिकन नेवी सील्स प्रमुख है। मार्कोस कमांडो को एक विशेष प्रकार की ट्रेनिंग दी जाती है जिसके कारण अपने हाथ पैर के बंधे होने पर भी समुद्र जैसी बड़ी बाधाओं में भी तैरने में यह जवान सक्षम होते हैं। 

मार्कोस कमांडोज़ का वर्दी (marcos commando uniform)-

इनकी वर्दी (marcos commando uniform) भी एक खास तरीके से डिजाइन की जाती है जो हाई क्वालिटी फैब्रिक के इस्तेमाल से बनाई जाती है जिसके कारण पानी का इनके uniform पर कोई असर नहीं पड़ता और यह समुद्र में सही तरीके से अपने काम को अंजाम दे सकते हैं इनके जूते भी स्टील के लेयर से ढके हुए रहते हैं marcos को indian navy commando भी कहा जाता है कुछ मामलों में मार्कोस कमांडो को अमेरिकी नेवी सील्स से भी ज्यादा बेहतर माना जाता है। 

marcos commandos uniform

  • मार्कोस कमांडोज़ का गठन फरवरी 1987 में किया गया तभी से मार्कोस भारत की एकता, अखंडता और सुरक्षा के लिए कार्यरत हैं। 
  • ये कमांडो indian navy के कुशल कमांडो है इनका सिलेक्शन भारतीय जल सेना के जवानों में से किया जाता है और इन्हें Special Operations Forces की श्रेणी में रखा गया है। 
  • Marcos कमांडो का प्राथमिक ऑपरेशन समुद्र से जुड़े स्थानों पर किया जाता है लेकिन जरूरत पड़ने पर यह कमांडो आतंक विरोधी ऑपरेशन, anti-पायरेसी ऑपरेशन, समुद्री डकैती, समुद्री घुसपैठ को रोकने, बंधकों को छुड़ाने, हवाई जहाज अपहरण, रासायनिक हमलों से सुरक्षा जैसे  इत्यादि ऑपरेशन के लिए भी तैयार किए जाते हैं इनका moto आदर्श शब्द  The Few, The Fearless है। 
  • यह कमांडो मुंबई 26/11 ऑपरेशन में अहम भूमिका निभाई थी इसके साथ ही इन्होंने बहुत सी ऑपरेशन को अंजाम दिया है जिनमें Operation Cactus,Operation Leech,Operation Pawan,Kargil War,Operation Black Tornado,Operation Cyclone,Counter-insurgency operations in Kashmir प्रमुख ऑपरेशंस हैं। 

मार्कोस commandos के हथियार –

इन्हें तीर, स्नाइपर गन, राइफल, बम फेंकने, स्पेशल गन चलाने और पानी के अंदर से वार करने का प्रशिक्षण दिया जाता है इनके द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले हथियार दुनिया के टॉप स्पेशल कमांडो को ही दिए जाते हैं इनका प्रमुख  राइफल हथियार इस्राएली TR21 और शार्ट रेंज के लिये ये ग्लोब पिस्टल का इस्तेमाल करते है  ये सभी अत्याधुनिक हथियार हैं जो मार्कोस द्वारा अधिकतम इस्तेमाल किया जाता है। 

मार्कोस कमांडो की सैलरी कितनी है (marcos commando salary)-

अब अगर मार्कोस कमांडो के सैलरी के बारे में बात करें तो कई वेबसाइटो के रिपोर्ट के अनुसार इन्हे करीब 44500 रुपये दिए जाते हैं जिनमे इनकी फिक्स सैलरी 25800 रुपये, गोताखोर भत्ता 6700 रुपये और मार्कोस भत्ता 12000 रुपये तक शामिल हैं। 

इनमें सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि मार्ग उसके घर वालों को भी नहीं पता होता कि यह मार्कोस कमांडो है इन्हें ज्यादातर अपनी पहचान छुपा कर रखनी पड़ती है मार्कोस कमांडो को पहली बार मुंबई 26/11 हमला के समय लोगों के सामने इंट्रोड्यूस कराया गया इनका ट्रेनिंग आई एन एस अभिमन्यु मुंबई में होता है इसके साथ ही इन्हें कहीं जगह पर भी ट्रेनिंग के लिए भेजा जाता। 

Conclusion-

हम भारत वासियों को अपने इन जांबाज कमांडो पर फक्र है जय हिन्द आशा है कि आप को मार्कोस कमांडो (marcos commandos) के विषय में पूरी जानकारी मिल गई होगी और आपको marcos commando के salary, चयन, ट्रेनिंग, uniform और हथियार के बारे में भी पूरा जानकारी मिल गया होगा अगर जानकारी कहीं अधूरी रह गई हो तो कमेंट सेक्शन में हमें जरूर बताएं ताकि हम अपने आर्टिकल को और ज्ञान पूर्ण बना सके धन्यवाद। 

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