दिवाली के विषय में सम्पूर्ण जानकारी –
अगर आप भी जानना चाहते हैं कि भारत में दिवाली क्यों मनाया जाता है और दिवाली को अच्छे तरह से दीपावली कैसे मनाये? दिवाली को मनाने का मुख्य कारण क्या है और दिवाली को अच्छी तरह से कैसे मनाया जाता है दिवाली में होने वाले कामों का सही नियम क्या है और किस कारण से वह काम किए जाते हैं और अगर आप जानना चाहते हैं कि दिवाली में होने वाले सभी कामों का वैज्ञानिक तर्क क्या है क्योंकि दिवाली को मनाना वैज्ञानिक और धार्मिक दोनों तरह से क्यों अच्छा है आपको इन सभी के बारे में सही सही जानकारी अगर चाहिए तो इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें।
कौन लोग मनाते हैं दिवाली –
दिवाली शरद ऋतु में नवंबर महीने के आस-पास मनाया जाने वाला प्रमुख हिंदू त्यौहार है इस त्यौहार को हिंदू, जैन, बौद्ध और सिख धर्म के अनुयाई मनाते हैं दिवाली को मनाने का मुख्य कारण है बुराई पर अच्छाई का जीत इस त्यौहार को बड़े, बूढ़े, बच्चे और सभी वर्ग के लोग बहुत ही हर्षोल्लास से मनाते हैं क्योंकि दिवाली खुशियों का त्योहार माना जाता है दिवाली का आरंभ 2 दिन पहले धनतेरस से ही हो जाता है।
दीपावली आने से कुछ समय पहले ही लोग अपने घर को साफ सुथरा करते हैं और अच्छी तरह से सजाते हैं दिवाली के दिन लोग अपने घरों में झालर-बत्ती और दीप जलाते हैं सभी के घर इस दिन लोग अच्छे कपड़े पहनते हैं और मिठाइयां भी आती हैं इस त्यौहार को लोग बड़े हर्षोल्लास से मनाते हैं क्योंकि यह खुशियों का त्योहार है इसमें सभी लोग पटाखे फोड़ते हैं दीप जलाते हैं मोमबत्तियां जलाते हैं और घर में लक्ष्मी माता और गणेश जी की पूजा भी करते हैं इस दिन सभी लोग अपने दुकान या कारोबार और अपने पढ़ाई को जगाते हैं लोगों का मानना है कि दिवाली के दिन जो भी अपने काम को जगाता है वह पूरे वर्ष उस काम में तरक्की करता रहता है और दीपावली दशहरा के 20 दिन बाद मनाया जाता है।
दीपावली को मनाने का वैज्ञानिक तर्क यह भी है कि दीपावली इस कारण से मनाया जाता है क्योंकि हर वर्ष दीपावली अमावस्या की रात को मनाया जाता है और अधिक दीप और लाइटों को जलाने से प्रत्येक जगह उजाला रहता है और दीपावली मनाने का वैज्ञानिक तर्क यह भी है कि दिवाली के समय सभी लोग अपने घर के प्रत्येक कोने-कोने को भी साफ करते हैं और घर को पेंट भी किया जाता है जिससे कि कम से कम साल में एक बार घर के प्रत्येक कोने का और बंद कारखानों को भी अच्छे से साफ सफाई किया जाता है।
कैसे मनाते हैं दिवाली –
दिवाली को मनाने का मुख्य कारण है साफ-सफाई और लोगों का सच्चाई के प्रति विश्वास और अगर दिवाली को धार्मिक दृष्टि से देखा जाए तो लोगों का कहना है कि दिवाली के दिन श्री रामचंद्र जी रावण का वध करके अयोध्या वापस लौटे थे इसी उपलक्ष में पूरे अयोध्या नगरी को दीपों से सजा दिया गया था यही कारण है दीपावली को मनाने का जो कि आज तक मनाया जाता है दीपावली पर इसी वजह से पटाखे भी फोड़े जाते हैं क्योंकि दीपावली को मनाने का अर्थ है खुशी को व्यक्त करना और इसी कारण से लोग पटाखे भी फोड़ते हैं।
दीपावली पर तुलसी का पूजा क्यों होता है-
दीपावली पर तुलसी का भी पूजा होता है लोग अपने घर में तुलसी को लगाते हैं अगर धार्मिक दृष्टि से देखा जाए तो हिंदू धर्म के लोग तुलसी को पूजनीय मानते हैं और तुलसी को घर में लगाकर उनकी पूजा करते हैं लेकिन वैज्ञानिक दृष्टि से देखा जाए तो तुलसी अधिक ऑक्सीजन देने वाला छोटा सा पौधा होता है जिसे अगर घर में लगाया जाए तो ऑक्सीजन का मात्रा घर में अधिक होता है।
दीपावली पर रंगोली क्यों बनायी जाती हैं?
अब बात आती है कि दीपावली पर रंगोली क्यों बनाई जाती है तो आपको बता दें कि रंगोली का प्रचलन भारत में बहुत पहले से ही है पहले रंगोली फूल-पत्तियों, गोबर, दीप, सूखा आटा, रंगीन चावल, रंगीन रेत और गुलाब की पंखुड़ियों से बनाए जाते थे कुछ शास्त्र विद्वानों का कहना है की रंगोली को बनाने से लोगों के अंदर एक हर्षोल्लास का भावना उत्पन्न होता है और घर में सुख, शांति और समृद्धि का वास होता है और बुरी ऊर्जा का नाश होता है वही वैज्ञानिक तर्क माने तो वैज्ञानिकों का कहना है की रंगोली सदैव घर के द्वार पर बनाया जाता है जो गोबर और ऊपर दिए गए सभी प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल करके बनाए जाने पर घर में जीवाणुओं को आने से रोकता है और इससे घर के लोगों में एक नई ऊर्जा पनपता है।
रंगोली बनाने का एक तर्क यह भी है कि जब श्री रामचंद्र रावण का वध करके अयोध्या वापस आए तो अयोध्या वासियों ने अपने घर के सामने रंगोली बनाया और पूरे अयोध्या में दीप जलाया गया इसी कारण से अभी भी दिवाली के हो उत्सव में भारत में सभी जगह रंगोली बनाने का प्रचलन है।
दीपावली पर दीप जलाने का कारण –
दीपावली पर दीपक इसलिए जलाया जाता है क्योंकि दीपावली को खुशियों का त्योहार कहा जाता है और प्रत्येक खुशी के मौके पर सभी जगह प्रकाश फैलाया जाता है और इसी कारण से दीपावली पर सभी लोग अपने घरों पर बत्तियां और दीप जलाते हैं ताकि सभी जगह प्रकाश फैला रहे।
पहले दीप को देसी घी से जलाया जाता था इसमें वैज्ञानिकों का कहना है कि देसी घी के दीप में अधिक ऑक्सीजन उत्पन्न होता है जिससे कि देसी घी के दीप को जलाने पर घर में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है और अगर यह काम पूरा देश करें तो पूरे देश में एक साथ ऑक्सीजन की मात्रा बहुत अधिक मात्रा में बढ़ जाएगी लेकिन देसी घी बहुत अधिक महंगा होने के कारण लोग मोमबत्ती का इस्तेमाल कर रहे हैं जो कि वातावरण और मनुष्य के जीवन के लिए हानिकारक हो सकता है अधिकतर रंगीन मोमबत्तियां जलाई जाती हैं जिनमें की केमिकल का यूज ज्यादा होता है तो जितना अधिक हो सके मोमबत्ती को छोड़कर दीप को जलाएं।
दीपावली पर दीप जलाने का वैज्ञानिक कारण यह है कि दीपावली अमावस्या की रात को आता है और अमावस्या में सभी जगह अंधेरा होता है और दीप जलाने से अंधेरा का विनाश होता है उस पर उजाला का विजय होता।
दीप जलाने का धार्मिक कारण यह है कि लोगों का कहना है कि जब रावण का वध करके श्री राम अयोध्या वापस आए थे तो पूरे अयोध्या नगरी को दीप से सजा दिया गया था और सभी जगह को प्रकाशमान कर दिया गया था और इसी कारण से आज भी दीपावली पर सभी जगह दीप जलाया जाता है।
इस कारण से फोड़े जाते हैं पटाखे-
जैसा कि शुरू में ही बताया गया है कि दीपावली को लोग खुशियों का त्योहार मानते हैं और प्रत्येक खुशी के मौके पर पटाखे फोड़ना लोगों का प्रचलन है और इसके पीछे वैज्ञानिक कारण यह है कि अधिक शोर शराबे से जीवाणु नष्ट होते हैं आपको लॉकडाउन में वह दिन याद ही होगा जब लोग शाम को 5:00 बजे 5 मिनट के लिए सभी जगह शंख, घंटा, थाली-बर्तन बजाने लगे थे इसके पीछे भी यही कारण होने का दावा किया जाता है।
लेकिन पटाखे फोड़ने का एक दुष्प्रभाव भी है कि सभी जगह बारुद का हानिकारक धुआ उत्पन्न होता है जोकि मनुष्य जीवन के साथ-साथ पेड़-पौधों को भी हानि पहुंचाता है तो जितना हो सके पटाखों का इस्तेमाल ना करें अभी के समय सरकार लोगों को जागृत कर रही है कि ग्रीन पटाखों का ही इस्तेमाल करें जोकि किसी के लिए हानिकारक नहीं होते।
कहाँ-कहाँ मनाया जाता है दीपावली –
अब आपको दिवाली के बारे में सभी बात बता दिया गया है तो अब बात आती है कि दीपावली को किन किन देशों में मनाया जाता है तो दीपावली को भारत के साथ-साथ नेपाल, मॉरीसस, भूटान, श्री लंका, म्यांमार, गुयाना जैसे बहुत से देशों में सरकारी अवकाश होता है।
यह था दिवाली से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में हम आशा करते हैं कि यह आर्टिकल भारत में दिवाली क्यों मनाया जाता है और दिवाली को अच्छे तरह से दीपावली कैसे मनाये आपको पसंद आया होगा और अगर इस आर्टिकल में कोई भी कमी रह गई हो तो कमेंट सेक्शन में अपना से जरूर साझा करें ताकि हम अपने इस आर्टिकल को और अधिक ज्ञान पूर्ण बना सकें धन्यवाद।